Wednesday 8 May 2013

श्री खंड - गर्मी का ठंडा और मीठा दोस्त


श्री खंड - गर्मी का ठंडा और मीठा दोस्त 

 गर्मियों की गरम हवा, लू के थपेड़े, तेज आंधिया ये सब सोचने पर ही दिमाग गरम हो जाता हे और पसीने निकलने लगते हे. और जब ये  सब बाहर सहन करते हुए घर में घुसते हे तो मन करता हे कुछ ठंडा और मीठा खाने को मिल जाये. लेकिन बढती बीमारियों के दौर में बाहर का कुछ खाना नुक्सान देता हे.

ऐसे में कुछ हल्का मीठा जो की पेट में भी भारीपन न करे ऐसा मिल जाये तो बस फिर क्या बात हे. तो आज ऐसा ही कुछ try  करते हे.  तो आज दही के गुणों से भरपूर श्रीखंड बनाते हे.

सामग्री - 

दही - १ किलो
पीसी शक्कर  - १०० ग्राम
छोटी इलाइची पाउडर - २ चुटकी
किसे हुए काजू - २ छोटी चम्मच
पिस्ता कतरन - १ छोटी चम्मच
केसर - १ चुटकी
बादाम - कतरन - १ चम्मच 
मक्खन - 50  ग्राम

विधि - 

इसके लिए जितना हो सके एकदम ताजा और गाडा दही कम में लेना हे. दही को मलमल के कपडे या किसी पतले कपडे में लटका कर उसका पानी निकलने दे. 3  - 4  घंटे के बाद इसे कटोरे में निकाल कर इसमें शक्कर और इलाइची पाउडर मिला कर 10 मिनट  के लिए अच्छे से फेंट ले. केसर की २ - 4  कतरन छोड़ कर बाकि को ढूध में भिगो कर रख ले. अब इसमें ड्राई फ्रूट्स और मख्खन मिला ले. अब इसे आधे घंटे के लिए फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दे. परोसने से ठीक पहले इसमें दूध वाला केसर मिलाये, एक बार और फेंटे और फिर इसमें केसर और बादाम से सजा कर परोसे.

कुछ नया - 

१. पारम्परिक श्रीखंड तो हम सभी खाते आये हे. अगर इसमें कुछ नया taste मिलाया जाये तो मजा अयेगा. कुछ different करने के लिए इसमें बाज़ार में मिलने वाली टूटी फ्रूटी मिक्स की जा सकती हे.

2 . श्रीखंड के अलग अलग फ्लेवर उसमे काजू, किशमिश , वैनिला एसेंस, रोज वाटर, केवडा जल, बादाम, फ्रेश फ्रूट्स मिला कर बनाये जा सकते हे.

३. आम श्रीखंड के लिए आम का पल्प मिला सकते हे. ऐसे ही चीकू straberry , केला, भी मिला सकते हे. 

आपको ये केसा लगा जरुर बताइए -

naarime @ gmail .com


Saturday 2 February 2013

आँखों के नीचे काले घेरे ( Dark Circle / Under Eye dark circle issue )

जब आँखों को घेरने लगे काले घेरे। 
 

खूबसूरत  आंखे देखने वाले को अपनी और खीच लेती हे। लेकिन अगर आँखों के नीचे  झुर्रिया या lines  हो तो चेहरे की खूबसूरती फीकी पड  जाती हे। आँखों के नीचे की त्वचा काफी नाजुक होती हे और इनमे oil glandes न होने की वजह से इस जहा सबसे पहले झुर्रिया आ जाती हे।

steam या भाप चहरे पर - चेहरे पर भाप लेने से आँखों के नीचे को कोशिकाए को काफी नुकसान होता हे। आँखों पर गुलाब जल का फाया रखने से ठंडक जरुर मिलती हे लेकिन भाप से हुए नुकसान सही नहीं होता। और न ही केवल खीरा या आलू का टुकड़ा रखने से फायदा होता हे। इसलिए आलू या खीरे को कद्दुकस करके उसके छल्ले या रस निकाल के आँखों पर रखे। ये काफी फायदा करता हे।

घरेलु उपाय काले घेरो के लिए -
1. आँखों के नीचे या आस पास कभी भी कोई फेस पैक न लगाये। जब पैक सूखता हे तो उससे त्वचा में खेचाव होता हे जिससे झुर्रिया हो जाती हे।

2. चेहरे की मालिश के बाद आँखों के आस पास अंडर आई क्रीम से मालिश करे। या अगर नार्मल क्रीम से मालिश की हे तो मालिश के बाद extra क्रीम को गीली रुई से साफ कर दे।

3. 2 चम्मच चाय की पत्ती को थोड़े से पानी में 2 मिनिट के लिए उबाल ले। फिर छान  ले।
इस पानी को 2 भागो में बाट ले। एक हिस्से को फ्रीजर में रख कर ठंडा करे। और दुसरे को हल्का गरम ही रहने दे।

अब इस गरम पानी में रुई डुबो कर 2 मिनिट के लिए आँखों के नीचे रखे। फिर 2 मिनिट बाद ठन्डे पानी में रुई डुबो कर सेक करे। इस तरह 5 बार ठंडा गरम का सेक करे। ध्यान दे ये हफ्ते में 2 बार से ज्यादा न करे।

4. अब आँखों के नीचे अंडर आई पैक लगाये
अंडर आई पैक - 1 छोटा चम्मच शहद में 1/4 चम्मच खीरे का रस, 1/4 चम्मच आलू का रस और 2 drops बादाम का तेल डाले।

इस पैक को आँखों के चारो तरफ लगा कर 20 मिनिट के लिए सूखने दे। फिर सादे पानी से धो ले।

हफ्ते में 1 या 2 बार ये उपाय करके आँखों के खूबसूरती को वापस लाया जा सकता हे। और हमेशा बरक़रार रखा जा सकता हे।

कुछ और टिप्स -

- रात  को सोने से पहले middle finger से आँखों के चारो और बादाम के तेल की मालिश करे। इससे dark circle तो दूर होंगे ही। साथ ही त्वचा में खिचाव आयेगा और झुर्रिया कम हो जाएगी।

- सुबह उतने के बाद मुह में पानी भर के ठन्डे पानी से 30 से 40 बार आँखों में छींटे मारे इससे आँखों को ठंडक भी मिलेगी और साथ ही आँखों की रौशनी भी बढ़ेगी।

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Tuesday 29 January 2013

मटर पुलाव (Peas Pulav / Matar Pulav )

मटर पुलाव ( Matar Pulav )

सर्दी हो या गर्मी किसी भी पार्टी में या कभी अगर मेहमानों को यु ही खाने पर बुलाया हो तो खाने में चावल का अपना अलग ही जगह हे। ऐसे में अगर सादे चावलों की जगह उनमे कुछ और स्वाद मिला कर बनाया जाये तो मजा और भी बढ़ जाता हे। तो आज कुछ सिम्पल और फटाफट चावल की रेसिपी बनाते हे।

मटर पुलाव 

सामग्री - 

चावल - 2 छोटी कटोरी
मटर - 3/4 छोटी कटोरी 
देसी घी - 2 बड़े चम्मच
लौंग - 2 
छोटी इलाइची - 1
दालचीनी - छोटा टुकड़ा
काली मिर्च - 2 - 3
जीरा - छोटा आधा चम्मच
नमक - स्वादानुसार 
पानी - 4 छोटी कटोरी

चावलों को अच्छे से पानी से  धोकर आधे घंटे के लिए भिगो के रख दे। अब एक पेन में घी गरम करे उसमे जीरा और  सारे खड़े गरम मसाले डाल ले। जीरे की खुशबू आने पर उसमे मटर ड़ाल कर हल्का तल  ले। अब इसमें चावल मिला कर हलके हाथो से हिला ले। चावल हल्का भून जाने पर चावल से दुगनी मात्रा में पानी मिला कर तेज आंच पर उबाल आने दे। अब एक उबाली के बाद इसे ढक कर सिम आंच पर 10 मिनिट के लिए पकने दे। 10 मिनिट बाद एक बार देख ले हल्का हिला कर की चावल पके हे या नहीं। अगर पक गए तो आंच बंद करके ढक्कन लगा कर 1 मिनिट के लिए ऐसे ही रख दे।

फिर गरमा गरम पुलाव परोस कर मजा ले।

Friday 25 January 2013

बाजरा की खीचड़ी ( Bajra ki khichadi )



सर्दियों की आहट आते ही हमारे राजस्थान में बाजरे का घर में आगमन हो जाता हे। बाजरे के नए नए पकवान नयी नयी विधियों से बनाये जाते हे। इनमे सबसे मशहूर में से एक हे बाजरे की खीचड़ी। ये एक ऐसी खीचड़ी हे जो थोड़ी अलग हे और गरिष्ठ भोजन में include होती हे। ये शरीर में गर्मी करती हे और राजस्थान की तेज सर्दी  में शरीर को बचाए रखती हे। इसका असली स्वाद खूब सारा घी और गुड मिला कर खाने में आता हे।
ये खीचड़ी अलग लोग अलग तरीके से बनाते हे। कुछ लोग इसे घी का तड़का दे कर बनाते हे। और कुछ इसे सादे तरीके से बनाते हे। में यहाँ दोनों ही तरीके शेयर कर रही हु। आपको जो पसंद आये वो ही try करे।

ध्यान देने की बाते - बाजरे की खीचड़ी का स्वाद सबसे ज्यादा इस बात पर निर्भर करता हे की बाजरे की  भूसी / लूघ्सी/ छिलका कितना अच्छे से उतरा गया हे। इसके लिए थोड़ी मेहनत की जरुरत हे। लेकिन यकीन करिए की ये मेहनत स्वाद बहुत ही अच्छा देने वाली हे।

सामग्री -

बाजरे की मिगी - 1 कप 
मूंग की धूली दाल - 1/4 कप 
नमक - स्वादानुसार

तड़के के लिए -
घी - 2 बड़े चम्मच
हींग - चुटकी भर
जीरा - आधा छोटा चम्मच


बाजरे का छिलका उतरना - इसके लिए बाजरे को हल्का पानी का छीटा मार कर नम कर ले। इसे 5 मिनिट के लिए ऐसे ही रख दे। अब पारंपरिक तरीके में तो इसे खरल / ओखली में डाल कर इतना कुटे की भूसी अलग होने लगे। जितना अच्छे से कूटेंगे उतना ही अच्छे तरह से छिलका उतरेगा। लेकिन इसमें एक twist हे की अब इस तरीके को और आसानी से किया जा सकता हे। इस नम बाजरे को मिक्सी में लेकर 1 round पीस दे। ध्यान रहे सिर्फ एक मामूली सा चक्कर ही चलाना हे। देख ले अगर छिलका उतरा न हो अच्छे से तो एक और round पीस दे। अब इसे एक थाली में लेकर फटकार देकर इस भूसी को बाजरे की मिगी (मोटा टुकड़ा) से अलग कर ले। अब ये जो मिगी हे खीचड़ी बनाने के लिए तैयार हे।

तडके वाली खीचड़ी - कूकर में घी लेकर गरम कर ले। जब गरम हो जाये तब उसमे हींग जीरे का तड़का देकर इसमें बाजरा और दाल मिला कर इनकी मात्र के 4 गुना पानी मिला ले। अब नमक मिला कर कूकर बंद कर दे। 3 सीटी तेज आंच में ले और 1 सीटी धीमी आंच में ले।

 सादी खीचड़ी - सादी के लिए बिना तडके के बाजरा और दाल को कूकर में पानी के साथ गैस पर चढ़ा दे। ऊपर दिए तरीके की तरह 3 सीटी तेज आंच में और 1 सीटी धीमी सीटी में ले।

कूकर की गैस पूरी तरह से निकलने के बाद खीचड़ी को अच्छी तरह से घोट ( मिला) ले। अब प्लेट में सर्व करके इस पर अपनी इच्छा के अनुसार घी मिलाये और गुड मिलाये और स्वाद ले गरम गरम खीचड़ी का।
आप चाहे तो बिना गुड के भी इसे try कर सकते हे। ये ऐसे भी बहुत स्वाद लगती हे।

कुछ अलग -

1. बाजरे का पुलाव - तडके वाली खीचड़ी में तडके में फ्रेश सब्जिय जेसे गाजर, मटर, पत्तागोभी और आलू , टमाटर, हरी मिर्च, अदरक  मिला कर उन्हें थोडा सा fry  कर फिर बाजरा और दाल मिलाये। इसमें लाल मिर्च थोडा सा गरम मसाला, थोडा सा चाट मसाला मिला कर कूकर बंद कर पकाए। फिर पकने के बाद इस पर हरा धनिया बुरक कर खाए और खिलाये। नया और मजेदार बाजरे का पुलाव तैयार हे।

2. बाजरे की खीचड़ी ढूध  के साथ - देसी तरीको में एक तरीका ये भी हे की सादी खीचड़ी में ढूध मिला कर खाया जाता हे।

3. बाजरे की लापसी - पकाने के समय नमक की मात्र बहुत ही कम करके, उसमे गुड और ढूध मिला कर पकाए। छोटे बच्चो के लिए ये एक बहुत ही पोष्टिक और पूरक खाना हे जो की उनके शरीर को गर्मी देगा। अगर चाहे तो गुड की जगह चीनी भी उसे कर सकते हे।

4. बच्चो के लिए रेसिपी - बच्चों को देने के लिए ऊपर लिखी लापसी में कुछ नरम फ्रूट्स जेसे केला या pear या चीकू भी मिलाया जा सकता हे। ये एक अलग फ्लेवर तो देगा ही बल्कि इसकी पोष्टिकता को भी बढ़ा देगा।






Friday 18 January 2013

बालो की देखभाल - सर्दियों में ( Hair care in winter )



वेसे तो हर मौसम हर महीना ही हमारे लिए हमारी skin और बालो के लिए important  हे। लेकिन मौसम के अनुसार अपनी त्वचा, बाल और शरीर की देखभाल उनकी खूबसूरती को और बढ़ा  देता हे। सर्दियो में ठंडी तेज़ हवाए  और सुखा मौसम हमारे बालो को पूरी तरह से बेजान बना  देता हे। बालो का natural oil इस मौसम में इतना पर्याप्त नहीं होता की वो प्राकृतिक तौर पर बालो को खूबसूरत और मजबूत बना सके। तो चलिए कुछ घरेलु नुस्खे अजमा कर बालो की खूबसूरती सर्दियों में भी बढाई जाये।

ध्यान देने योग्य बाते -
1. बालो पर एक दम गरम temperature नहीं use करे। चाहे वो बाल सुखाने के लिए हेयर ड्रायर का उपयोग हो या चाहे बालो को स्टाइल करने के लिए styling मशीन का उपयोग हो।
2. बालो को धोने के लिए नार्मल से थोडा गरम पानी ही use करे। ज्यादा गरम पानी से बाल रूखे और dandruff होने के चांसेस काफी बढ़ जाते हे।
3. बाहर जाने से पहले अगर हो सके तो अपने बालो को बांध कर रखे। एक पोनी टेल या चोटी बांध कर जाये। या फिर बालो को एक सिल्क स्कार्फ से ढक कर निकले।
4. एक अच्छी कंपनी की moisturizing क्रीम या हेयर सीरम अपने बालो पर use  करे।


कुछ और नोट करने की बाते -
तेल का उपयोग (Oiling ) - सर्दियों में हमारी सर की त्वचा काफी dry हो जाती हे इसलिए रेगुलर oiling जरुरी हे बालो को मजबूत रखने के लिए। जरुरी नहीं की बालो को कई घंटो तक तेल लगा कर रखा जाये। 15 मिनिट की
अच्छी मालिश के बाद 1 या 2 घंटे तेल लगे बालो को अच्छे शैम्पू से धो सकते हे। तेल लगाने के बाद अगर भाप दे जाये सर की त्वचा में तो बालो का पोषण और भी बढ़ जाता हे। भाप देने के लिए गरम पानी में तौलिया डुबो कर उसे निचोड़ कर सर पर रखे। ठंडा होने पर दुबारा ऐसा करे। 
Oiling tip - dry बालो में हमेशा इतना तेल लगाये की जेसे वो तेल काफी हद तक डूब गए हे। फिर उसे 1 घंटे बाद धो दे। ज्यादा शैम्पू use न करे। बालो में natural कंडीशनिंग हो जाएगी।

सही तरह से धोये (Washing ) - बालो को अच्छे शैम्पू से धोना जरुरी हे। बालो को हलके गरम पानी से किसी mild शैम्पू से धोये। शैम्पू लेते समय ये देख ले की उसमे SPF की मात्र कम से कम हो या हो सके तो न हो। वेसे ज्यादा मात्रा में शैम्पू use न करे। और जब तक जरुरी न हो धोते समय सिर्फ एक ही बार शैम्पू use करे। हर बार सारा oil बालो से निकलना जरुरी नहीं क्युकी ये एक्स्ट्रा तेल ही बालो को अगली बार तक मुलायम बनाये रखता हे। लेकिन इतना तेल भी नहीं रहे की वो धुल और मिटटी खेचे और बालो में गन्दगी बढे जिससे dandruff होगी।

कंडीशनिंग (conditioning ) - अगर बाल ज्यादा दरी हे तो एक अच्छा rich कंडीशनर use करे। उसके बाद जब बल हलके सुख जाये तब उस पर सीरम प्रयोग करे। अगर धोने से पहले बालो में तेल काफी अच्छे से लगाया हुआ था तो कंडीशनर न उसे करके डायरेक्ट सीरम उपयोग में ले। आजकल कई बड़े हेयर ड्रेसर कंडीशनर के बजाये डायरेक्ट moisturizing क्रीम या सीरम प्रयोग करने के लिए सलाह देते हे। क्योकि प्राकृतिक तेल ज्यादा उपयोगी हे। इसीलिए कंडीशनर से बालो को ज्यादा oily नहीं बनाये।

सुखाना - ये हम पहले ही बात कर चुके हे की बालो को प्राकृतिक तौर पर ही सूखने दे। अगर जरुरी न हो तो तेज धुप या ब्लो ड्रायर का उपयोग न करे।

स्कार्फ - सर्दियों में ठण्ड से बचने के लिए हम वूलन टोपी या स्कार्फ प्रयोग में लेते हे। लेकिन इससे बल टूटने की संभावना काफी बढ़ जाती हे। इसलिए कोशिश करे की सिल्क का स्कार्फ use  करे।


घरेलु नुस्खे -
बाल झड़ना (hair fall ) - 2 छोटे प्याज को कास कर उसका रस निकाल  ले इसमें 2 चम्मच शहद मिला ले। अब इस रस को बालो की जड़ो में 15 मिनिट के लिए लगा कर छोड़ दे। 15 मिनिट बाद शैम्पू से अच्छी तरह से धो ले। पहली ही बार से आपको फर्क दिखने लगेगा।

बाल उगाना - ऊपर लिखे प्याज़ और शहद के मिश्रण में हरे धनिया का रस मिला ले। इसके नियमित उपयोग से काफी असर दिखने लगता हे।

dandruff  - 1.प्याज और शहद का रस एक बेजोड़ उपाय हे dandruff मिटने के लिए।
2. olive oil - लौंग का तेल हल्का गरम करके उससे मालिश करे। ये daundruff हटाएगा ही और बालो को एक बेहतर कंडीशनिंग भी देगा।
3. नीम की पत्तिया - नीम की पत्तियों को उबाल कर उसे छान ले। इस पानी से बाल धो ले। ये एक बहुत ही अच्छा एंटीसेप्टिक हे। क्योकि dandruff भी एक तरह का फंगस हे तो ये काफी असरदार होता हे।

कंडीशनिंग (conditioning ) - 1. शहद का पैक - बालो को अच्छे से ब्रश करने के बाद उन पर शहद का पैक लगाये। इसके लिए 2 चम्मच शहद में 1 चम्मच गरम पानी मिला कर उसे थोडा पतला कर ले। फिर इसे एक ब्रश की सहायता से जड़ो से लेकर अंत तक लगा ले। 20 मिनिट रखने के बाद हलके गरम पानी से धो ले।
2. केला पैक - आधा केला, 1 चम्मच लौंग का तेल ( olive oil ), आधा कप दही इसे ब्लेंडर में मिक्स कर ले। अब इस पैक को आधे घंटे के लिए बालो में लगा ले। फिर हलके गरम पानी से धो ले।

ये सब आपके लिए कितना उपयोगी था ये अगर आप मेरे साथ शेयर करे। ताकि में और भी ज्यादा उत्साह के साथ अगली बार कुछ और खोज खबर करके सब के साथ शेयर कर सकू।

Wednesday 16 January 2013

टमाटर - मिर्च की चटनी ( chilli-Tomato chutney )


खाने में varity हो तो खाना खाने का मजा ही बढ़ जाता हे। और ये varity नार्मल सब्जी रोटी के अलावा आचार और चटनी से दुगुना हो जाता हे। इसी सिलसिले में आज एक ऐसी चटनी मै share कर रही हु जो झटपट तैयार हो जाती हे।

टमाटर - मिर्च की चटनी ( Tomato - chilli chutney )

 सामग्री -

टमाटर - 4
मिर्च (बड़ी, पतली) - 8
अदरक - 1 छोटी गाठ
मेथी दाना - 6 - 7
राइ - आधा छोटा चम्मच
जीरा - आधा छोटा चम्मच
करी पत्ता - 6 - 7
बटर या तेल - 2 छोटे चम्मच
नमक - स्वादानुसार

हल्दी - 1 चौथाई चम्मच
धनिया पाउडर - 1 चम्मच

विधि -


टमाटर और मिर्च को बारीक काट के रख ले। अदरक को कूट कर बारीक कर ले। चाहे तो अदरक के छोटे छोटे टुकड़े भी काट सकते हे। अब एक फ्राइंग पेन में तेल गरम करने रख दे। हल्का गरम होने पर इसमें दाना मेथी और करी पत्ता डाल ले। अब इसमें राइ और जीरा भी तड़का ले। जब जीरा हल्का भुन जाये और दाना मेथी की हलकी सुगंध आने लगे तब इसमें अदरक डाले। अदरक के हल्का भूनने के साथ ही इसमें टमाटर और मिर्च मिला ले। अब इसमें सारे सूखे मसाले मिला कर तेज आच पर भुन ले। जब ये हल्का तेल छोड़ने लगे तो गैस सिम कर के इसे सिर्फ 3 minut के लिए डक  कर पकने दे।ढकने से पहले टमाटर को चमचे से हल्का मैश कर ले। अगर ये थोडा dry लगे तो इसमें 2 बड़े चम्मच पानी मिला ले।
3 मिनिट बाद tangy चटनी तैयार हे।

 कुछ हटके -
 चलिए 1 तीर 2 निशाने लगाये। कुछ हटके try करे।

 - इस चटनी को मिक्सी में पीस कर तड़का दे कर भी try किया जा सकता हे।
-  इसमें नया taste add  करने के लिए इसमें 1 चम्मच चीनी भी मिलायी जा सकती हे।
- मिक्सी में पीसी हुई चटनी को ऊपर से तड़का देकर cold bread spread की तरह से भी use कर सकते हे। पर इस तरह से use करने के लिए इसमें मिर्ची की मात्र कम कर दे।
- गरम चटनी में चीनी की जगह गुड मिला कर और थोडा सा किसा हुआ नारियल मिला कर बनाने से इस dish को एक नया ट्विस्ट मिल जायेगा।

Friday 11 January 2013

तूअर दाल सूप - Toor Dal Soup - साउथ इंडियन सूप (south Indian Soup )



सर्दियों की भीनी भीनी आहट हो गयी हे। अब एक प्याली के चाय की जगह अगर हर शाम एक बाउल सूप ले तो ये हमारी एक नयी और different पहल तो होगी ही। उसके साथ ही सेहत सुधारने की तरफ हमारा नया कदम होगा। सूप के अलग अलग variation बच्चो और बड़ो दोनों को ही काफी भाते हे।

 साउथ इंडियन सूप (south Indian Soup )

 सामग्री -
 तुअर दाल  - 1 मुठी
 वेजिटेबल स्टॉक - 3 कप
किसा हुआ नारियल - 2 छोटे चम्मच
अदरक - 1 छोटी गाठ
हरी मिर्च - 1
उबले चावल - 2 बड़े चम्मच
राइ - आधा छोटा चम्मच
करी पत्ता - 6 - 7
बटर या तेल - 2 छोटे चम्मच
नमक - स्वादानुसार

विधि -

 वेजिटेबल स्टॉक -
 सीजन में उपलब्ध सब्जिया ले ( टमाटर , पत्तागोभी, फूलगोभी, मटर, गाजर और कोई अन्य आपके पसंद के सब्जी ) इन सब सब्जियों को अच्छे से धो के काट ले। फिर इन्हें प्रेशर कूकर में 3 सीटी तक पका ले। फिर ठंडा होने पर पीस ले। अब इसे छान ले। ये जो छाना हुआ पानी हे ये वेजिटेबल स्टॉक हे।

दाल -
तुअर दाल को 2 घंटे भिगो के रख दे। अब इस भीगी दाल को 1 कटोरी पानी डाल कर पका ले। दाल पूरी तरह से गलने पर ब्लेंडर से ब्लेंड करके छान ले।

 सूप -
 एक फ्राइंग पेन में 1 छोटा चम्मच बटर ले और गरम करे। इसमें कुटी अदरक, कटी हरी मिर्च डाल कर हल्का भुने। अब इसमें किसा हुआ नारियल दाल कर 2 - 4 मिनट सेके। अब इसमें वेजिटेबल स्टॉक और दाल का पानी मिला ले। नमक डाले और 5 मिनिट  के लिए सिम पर ढक्कन रख कर पकने दे। इससे सारे फ्लेवर आपस में बहुत ही अच्छे से मिक्स हो जायेंगे।

तड़का -
बचे हुए बटर को तड़का पेन में गरम करे। इसमें गरम होने पर राइ, करी पत्ते डाले इस तडके को सूप में मिलाये। और एक और उबाल ले कर इस गरमा गरम सूप को सब के साथ बेठ कर खाए खिलाये।

 कुछ हटके -
 (अगर जो बना हे उसमे से ही कुछ हटके किया जाये यानि एक तीर 2 निशाने तो मजा ही कुछ अलग हे तो बस आइये कुछ try करे)
 - वेजिटेबल स्टॉक का जो छानने के बाद बचा हुआ गाढा पेस्ट हे उसमें बेसन और चावल का आटा मिला कर उसमे मनपसन्द मसाले डालिए। इसके डायरेक्ट पकोड़े बनाये जा सकते हे या इसे एक फिलिंग की तरह से इस्तेमाल करके पराठे भी बनाये जा सकते हे।